न होने दो खंडहर न होने दो खंडहर
अपनी मदहोश नजरों में मुझे नीलाम होने दो यार, खुश हो जाये जिदंगी मेरी ऐसा अंजाम होने दो अपनी मदहोश नजरों में मुझे नीलाम होने दो यार, खुश हो जाये जिदंगी मेरी ऐसा अंजा...
मेरा भारत महान , इसी जुमले से है इसकी पहचान , मेरा भारत महान , इसी जुमले से है इसकी पहचान ,
"कुछ न होने जैसे इस होने पर तरंगित होना चाहता हूँ" "कुछ न होने जैसे इस होने पर तरंगित होना चाहता हूँ"
रंगों को मज़हब का नाम मत दो , नफरतों का यू तुम पैग़ाम मत दो । रंगों को मज़हब का नाम मत दो , नफरतों का यू तुम पैग़ाम मत दो ।
यहाँ जुर्म करने वालों पे तो किसका कोई पहरा भी नहीं। यहाँ जुर्म करने वालों पे तो किसका कोई पहरा भी नहीं।